उस आदि-कलाकार ने तब ग्रामीणों से कहा कि मैने इस धातु के टुकडे को अपनी माँ माना है और इसी तरह इससे प्रेम किया है।
2.
सूरत न शकल और किया ही क्या है चंद धातु के टुकडे ही तो जमा किये है, मारक लेखन को नमन मगर उन्हे समझ और शर्म आये तब तो।
3.
ज्यादातर उपग्रह नीची भ्रमण कक्षा में स्थापित होते हैं, जहाँ उनके जैसे और सैंकड़ो उपग्रहों के अलावा स्पेश मिशन पर गए रोकेटो के अवशेष, स्पेस कचरा, धातु के टुकडे भी होते हैं.
4.
आज भी 1500 डिग्री के तापमान पर खौलते कांच को ढोने वाले और खतरनाक रासायनिक घोलों में नंगे हाँथ डुबोकर तालों के लिए धातु के टुकडे तैयार करने वाले बच्चों से लेकर यौन शोषण को मजबूर सभी वक्त का इंतज़ार कर रहे हैं | फिर चाहे वो शिवकाशी का आतिशबाजी का उद्योग हो या सूरत का हीरा पॉलिश, मिर्ज़ापुर और भदोही का गलीचा उद्योग हो या जयपुर का पत्थर का उद्योग | ये सभी वो जगहें हैं जहाँ आज भी बिना किसी भय के बाल श्रम देखा जा सकता है |